CSIR-NBRI ने पांच साल के शोध के बाद किडनी स्टोन की आयुर्वेदिक दवा विकसित की। इस दवा को मार्क लैब के साथ मिलकर बनाया गया गया है जो की एक बहुत ही पुरानी और प्रतिष्ठित कंपनी है । इस शोध में काई और अनुभवी साइंटिस्ट भी शामिल थे। इस दवा के शुरूआती परिणाम बहुत ही उत्साहजनक थे जो बहुत ही बेहतर निष्कर्ष दे रहे है ।
आज की रिपोर्ट में हम यह जाने का प्रयास करेंगे की कैसे एक दवा लोगो की एक आम लेकिन गंभीर समस्या को आसानी से सुलझा सकती है।
सीएसआईआर-एनबीआरआई देश के शीर्ष अनुसंधान संस्थान में से एक है। आपके मन में क्या ख्याल आया की आपने इस दवा को बनाने का सोचा ?
वैसा तो मुझसे है इस सवाल पे बात करना ज्यादा पसंद नहीं है क्योंकि ये सवाल कहीं न कहीं हम सबकी जिंदगी और हमारी लाइफस्टाइल से जुड़ा हुआ है लेकिन बात करना जरूरी भी है। हम सब सहकर्मी कार्यालय में सुबह से लेके शाम तक खूब लगन से काम करते हैं, अपना हर शोध अपना हर पेपर अपने वरिष्ठों को समय-समय पर सबमिट करते हैं लेकिन हमने यह देखा की हम सब में ज्यादातर लोग अपने स्वास्थय को लेके सचेत नहीं थे। हम सबकी खाने की आदते, दैनिक दिनचर्या, सोने का समय काम की वजह से काफी अस्त व्यस्त हो गया है।
हम सब देखा काम की वजह से लोग अपनी सेहत पे ध्यान नहीं देते जिसकी वजह से उनको काफी परेशनियों का सामना भी करना पड़ता है। लोग आज कल अपने व्यस्त काम के शेड्यूल की वजह से पानी कम पीते हैं, अच्छा खाना टाइम पे नहीं खाते और कोई शारीरिक कसरत नहीं करते जिसकी वजह से उन्हें किडनी में स्टोन बनने की शिकायत होने लगती है।
हमने कई सालो तक लोगों पर स्टडी की, डेटा कलेक्ट किया, उसका निरिक्षण किया और पाया की मार्केट में मिल रही किडनी स्टोन की दवाइयों से कहीं ना आपकी सेहत पर बुरा असर पड़ता है और इनका लॉन्ग टर्म यूज करने से किडनी और लीवर पर बुरा इफेक्ट भी पड़ता है।
इन्हीं सब कारणों को ध्यान में रखते हुए सीएसआईआर-एनबीआरआई ने किडनी स्टोन को शरीर से बाहर निकालने की दवा बनाने का फैसला किया।
आपने अपनी रिसर्च को कैसे आम लोगो तक पहुंचाया ?
आज मार्केट में कई फार्मास्यूटिकल्स कंपनियां हैं जो किडनी स्टोन की दवाइयां बना रही हैं जो अपना काम तो करती हैं पर उन्हें लेने से सेहत के साथ समझौता करना पड़ता है। इन दवाओं के ज्यादा प्रयोग से शरीर पर इसका बुरा असर भी पड़ता है जिसकी वजह से किडनी स्टोन पूरी तरह नहीं निकल पाती और ऑपरेशन भी करना पड़ता है लेकिन ऑपरेशन करने के बाद भी लोगो को दुबारा से स्टोन बनने की समस्या आ जाती है, जिसकी वजह से लोग दोबारा ऑपरेशन नहीं कराते और उनका स्टोन फिर बढ़ता रहता है।
हमने मार्क लैबोरेट्रीज के साथ मिलकर अपना एक 100% आयुर्वेदिक और हर्बल उत्पाद बनाया मार्क यूरो ५ बनाया , ये दवा हमारे और मार्क लैबोरेट्रीज के सहयोग के साथ बनायी गई है क्योंकि हमारा मकसद है कि हम ज्यादा से ज्यादा लोगो तक है इस दवा को पंहुचा पाए और मार्क लैबोरेट्रीज पीछे कई सालो से क्वालिटी और गुणवत्ता के सभी मानकों को पूरा कर रही है इसलिए हमने मार्क लैबोरेट्रीज के साथ इस दवा को बनाने का फैसला किया।
क्या दावा को खाने से ऑपरेशन की जरूरत है ख़त्म हो जाती है?
Marc uro 5 एक आयुर्वेदिक दवा है, ये तो आपको पता ही है लेकिन हमारी दवा बाकी दवाओं से काफी अलग है क्योकि, ये किडनी स्टोन को तोड़ के नहीं बल्कि उसको गलाकर पूरी तरह शरीर के बाहर निकलती है।
दूसरी दवा आपके स्टोन पे असर तो कर सकती है पर उसे गला नहीं सकती। और तो और अन्य दवाओं के सेवन से कही न कही आपको फिर से किडनी स्टोन बनने की संभावना हो सकती है, पर मार्क यूरो 5 आपकी दुबारा स्टोन होने के चांस को पूरी तरह ख़त्म कर देता है।
आपकी दवा और बाजार में उपलब्ध अन्य दवाओं के बीच क्या अंतर है?
बाजार में आज किडनी स्टोन की कई तरह की दवाएं उपलब्ध हैं पर उनके निष्कर्ष व परिणाम में काफ़ी अनतर पाया जाता है जिसका वजह से लोगो में उन दवाओं का अच्छा रिस्पांस नहीं रहता। लोग एलोपैथिक दवा लें लेते हैं लेकिन उन्हें उसका सही परिणाम नहीं मिलता है तो उससे निराश हो जाते हैं और सोचते हैं कि ऑपरेशन ही इसका एकमात्रा इलाज है। लेकिन…
मार्क यूरो 5 पूरी तरह से एक आयुर्वेदिक दवा है जो सीएसआईआर-एनबीआरआई के वैज्ञानिकों द्वारा बनाया गया है। मार्क यूरो 5 को पांच साल के रिसर्च के बाद और परीक्षण करके तब बाजार में लाया गया है ।
इसका क्लिनिकल ट्रायल केजीएमयू के 90 मारिज़ो पे भी गया जिसमे 18 से 60 साल के लोगो को शामिल किया गया था। उनमे 59 पुरुष और 31 महिला। उन सभी को 3 महीने तक लगतार दवा दी गई। ट्रायल के रिजल्ट में पाया गया की ट्रायल में शामिल लोगो की 75% स्टोन कम हो गया और 65% ऐसे जिन्होंने आराम होने की बात कही।
मार्क यूरो 5 आपके किडनी स्टोन को तोड़कर नहीं बल्कि उसे गला करके निकलती है। मार्क यूरो 5 के लगतार 3 महीने के सेवन से ये आपके स्टोन को पूरी तरह निकल देती है।
पहले की ट्रेडिशनल मेडिसिन/ट्रीटमेंट और आपकी मेडिसिन के बीच क्या सुधार हुआ है और आपका क्या सुझाव है किडनी स्टोन ट्रीटमेंट के लिए?
बात करे आज से 8-10 साल पहले मार्केट में बहुत कम ही किडनी स्टोन से संबंधित दवा उपलब्ध थी, और जो सीमित दवा थी वो भी बहुत नियम और शर्त के साथ आती थी जैसी महिला नहीं ले शक्ति, गर्भवती महिलाएं नहीं ले शक्ति थी, हाई बीपी और शुगर वाले नहीं ले सकते और ऐसी ही तमाम चेतावनी के साथ आती थी जो कि इस्तेमाल को बहुत लिमिटेड बना देता था। और लोग परेशान होकर ऑपरेशन करना ही बेहतर समझते थे जो कि पहले से ही बहुत ज्यादा महंगा होता है जो हर कोई अफ़्फोर्ड नहीं कर पाता।
लेकिन मार्क यूरो 5 पूरी तरह से एक आयुर्वेदिक और हर्बल दावा है जो सीएसआईआर-एनबीआरआई के वैज्ञानिक के द्वारा 5 साल के हार्ड रिसर्च के बाद बनाई गई है जिसे सरकार द्वारा मान्यता भी प्राप्त है। यह दवा पूरी तरह हर्बल होने के कारण इसका कोई भी किसी भी प्रकार का साइड इफेक्ट नहीं है।
आज किडनी स्टोन के इलाज के लिए बाजार में कई तरह का दवा मौजूद है लेकिन उनसे लोगों को कई तरह की दिक्कत आने लगती है जैसे ठण्ड लगना, चक्कर आना, बीपी का लो हो जाना आदि जिस्से लोग उन्हें बीच में ही छोड़ देते थे। लेकिन मार्क यूरो 5 का किसी भी तरह का साइड इफेक्ट नहीं है और इसे कोई भी व्यक्ति बिना किसी परेशानी के ले सकता है। दूसरी दवा को खाने के बाद या ऑपरेशन के बाद आपका किडनी स्टोन ठीक भी हो जाता है तो उसके दुबारा बनने के संभावना बहुत बढ़ जाती है, मार्क यूरो 5 आपकी किडनी स्टोन को पूरी तरह निकाल ही नहीं देती है बल्कि उसे भविष्य में होने से भी रोकती है।
क्या आपकी दवा मेडिकल स्टोर्स पर मिलेगी? अगर नहीं तो हम इसे कहा से खरीद सकते हैं?
आज के दौर में लोगो की आसानी को देखते हुए हमने इसे ऑनलाइन करने का फैसला किया है। आप इसे हमारी वेबसाइट www.marccure.com से आसानी से खरीद सकते हैं।
किडनी स्टोन क्यों होता है?
पहले की तुलना में आज लोगो की जीवन शैली में काफ़ी परिवर्तन आ गया है। पहले हमारे पास अपने स्वास्थ्य और जीवन पर ध्यान रखने का पर्याप्त समय नहीं है पर जैसे जैसे हमारी दिनचार्य में बदलाव आया और जीवन व्यस्त हुआ, हमें अपने स्वास्थ्य पर ध्यान देने का समय नहीं मिला।
आज सब अपने काम, नौकरी, बिजनेस आदि में इतना व्यस्त हो गया है कि हम अपनी बेसिक शारीरिक जरूरतों पर भी ध्यान नहीं दे रहे हैं जिसकी वजह से हमारे शरीर पर इसका बुरा प्रभाव पड़ता है ।
आज लोगो के काम के घंटे बहुत ज्यादा हो गए हैं, वो एक ही जगह पर घंटो तक बैठते हैं, बहुत कम मात्रा में पानी पीते हैं, तला भुना हाई प्रोसेस्ड शुगर और नमक से भरा फूड खाते जिसका परिणाम यह होता है कि उनके शरीर में पानी का लेवल कम होने लगता है नमक की मात्रा बढ़ाने लगती है जिससे धीरे धीरे उन्हें किडनी में स्टोन होने लगता है।
बॉडी का 65% हिस्सा पानी होता है अगर इस मात्रा में कामी आती है तो बॉडी का सैचुरेशन लेवल बढ़ने लगता है और किडनी यूरिन से क्रिस्टल को छान नहीं पाती तो वही क्रिस्टल कॉम्बिनेशन होने लगता है और किडनी में इकठ्ठा होके किडनी स्टोन बनाना लगता है ।