लगातार खराब होती लाइफस्टाइल की वजह से किडनी से जुड़ी समस्याएँ बहुत तेज़ी से बढ़ती जा रही है, जिसमे kidney stone यानि गुर्दे की पथरी की समस्या सबसे आम है।
हमारी किडनी रक्त को साफ़ करते समय उसमें मौजूद सभी अपशिष्ट पदार्थो और गैर जरूरी पोषक तत्वों को अलग करके उन्हें यूरिन के जरिये शरीर से बाहर निकाल देती हैं।
लेकिन रक्त में अपशिष्ट पदार्थो और पोषक तत्वों की मात्रा अधिक होने पर या किडनी के ठीक से काम न कर पाने के कारण से यह अपशिष्ट पदार्थ किडनी में ही जमा होने लगते हैं जिसकी वजह kidney stone या गुर्दे की पथरी की समस्या होने लगती है।
गुर्दे की पथरी के चार मुख्य प्रकार हैं:
- कैल्शियम ऑक्सालेट स्टोन: ये गुर्दे की पथरी का सबसे आम प्रकार है। वे तब बनते हैं जब मूत्र में बहुत अधिक कैल्शियम और ऑक्सालेट होता है।
- स्ट्रूवाइट स्टोन: ये पथरी मूत्र पथ में संक्रमण होने पर बनती है। संक्रमण के कारण शरीर में स्ट्रुवाइट नामक पदार्थ का अधिक उत्पादन होता है, जो अन्य खनिजों के साथ मिलकर पत्थर बना सकता है।
- यूरिक एसिड स्टोन: ये पथरी तब बनती है जब मूत्र में बहुत अधिक यूरिक एसिड होता है। यूरिक एसिड एक अपशिष्ट उत्पाद है जो तब उत्पन्न होता है जब शरीर प्रोटीन को तोड़ता है।
- सिस्टीन स्टोन: ये पत्थर दुर्लभ हैं। वे उन लोगों में बनते हैं जिनमें आनुवंशिक विकार होता है जिसके कारण वे बहुत अधिक मात्रा में अमीनो एसिड सिस्टीन उत्सर्जित करते हैं।
गुर्दे की पथरी विभिन्न प्रकार के लक्षण पैदा कर सकती है, जिनमें शामिल हैं:
- पीठ या बाजू में अचानक, तेज दर्द
- पेशाब में खून आना
- बुखार और उल्टी
- यूरिन करने में दर्द
- जल्दी पेशाब आना
किडनी स्टोन कैसे होता है?
गुर्दे की पथरी तब बनती है जब मूत्र में कुछ खनिजों की मात्रा बहुत अधिक हो जाती है। ये खनिज क्रिस्टलीकृत होकर स्टोन बना सकते हैं। गुर्दे की पथरी का सबसे आम प्रकार कैल्शियम ऑक्सालेट पत्थर है, जो मूत्र में बहुत अधिक कैल्शियम और ऑक्सालेट होने पर बनता है। गुर्दे की पथरी के अन्य प्रकारों में स्ट्रूवाइट पथरी, यूरिक एसिड पथरी और सिस्टीन पथरी शामिल हैं।
बहुत से ऐसे कारण है जो किडनी स्टोन को बढ़ा सकते है जैसे –
- कम मात्रा में पानी पीना
- हाई ऑक्सालेट आहार
- अधिक वजन का होना
- चिकित्सीय स्थितियाँ
- पारिवारिक इतिहास
भारत में विभिन्न आयु वर्ग के अनुसार किडनी स्टोन की क्या स्थिति है ?
किडनी स्टोन वैसे तो अधिकतर व्यसक पुरुषो और महिलाओ में अधिक देखने को मिलता है , लेकिन यह अब कम उम्र में लोगो में भी आसानी से देखने को मिल जाता है जिसे आप नीचे दिए गए टेबल से समझ सकते है –
भारत में किडनी स्टोन का प्रतिशत पुरुष और महिलाओ में क्या है ?
किडनी स्टोन होने की संभव किसी लिंग के आधार पे तह नहीं होती बल्कि यह जीवनशैली और खान पान के अनुसार होती है। अभी तक जितनी भी analysis सामने आयी है उनमे पुरुष और महिलाओं में किडनी स्टोन बनने की प्रक्रिया में ज्यादा अंतर देखने को नहीं मिला है जिसे आप नीचे दिए गए टेबल में भी देख सकते है –
अगर आपको किडनी स्टोन है तो आपको इन चीज़ो को खाने से बचना चाहिए –
- नॉन-वेज
- पालक
- टमाटर
- काजू
- बादाम
- स्ट्रॉबेरी
- मूंगफली
- नट्स
जंक और फ़ास्ट फ़ूड खाने से कितने प्रतिशत लोगो में किडनी स्टोन होता है ?
जर्नल यूरोलॉजी में प्रकाशित एक अध्ययन में पाया गया कि जो लोग अधिक फ़ास्ट या जंक फ़ूड खाते हैं, उनमें गुर्दे की पथरी विकसित होने की संभावना उन लोगों की तुलना में 2.5 गुना अधिक होती है, जो कम फ़ास्ट या जंक फ़ूड खाते हैं। 2015 में द अमेरिकन जर्नल ऑफ क्लिनिकल न्यूट्रिशन जर्नल में प्रकाशित एक अन्य अध्ययन में पाया गया कि जो लोग कोल्ड ड्रिंक्स या अन्य इसी प्रकार के पेय पीते हैं, उनमें गुर्दे की पथरी होने की संभावना उन लोगों की तुलना में 30% अधिक होती है, जो कोल्ड ड्रिंक्स नहीं पीते हैं।
गुर्दे की पथरी का आयुर्वेदिक इलाज क्या है?
किडनी स्टोन के लिए आज बाज़ार में आपको तमाम तरह की दवा देखने को मिल जायेगी पर उन सभी का रिजल्ट बहुत कम देखने को मिलता है। एलोपैथिक दवाएं किडनी स्टोन की समस्या में कारगर तो हो सकती है पर अगर लम्बे समय तक इनका प्रयोग किया गया तो यह आपकी किडनी को बुरी तरह प्रभावित कर सकती है। ऐसे में किडनी स्टोन की समस्या से निजात पाने के लिए आयुर्वेदिक उपाय की सबसे बेहतर माना जाता है।
गुर्दे की पथरी का इलाज पथरी के आकार और प्रकार पर निर्भर करता है। छोटी पथरी अपने आप निकल सकती है, लेकिन बड़ी पथरी को सर्जरी से निकालने की जरूरत पड़ सकती है। ऐसी कई दवाएं (आयुर्वेदिक) भी हैं जो गुर्दे की पथरी को गलाने में मदद कर सकती हैं। और बिना किसी परेशानी के आपकी किडनी स्टोन की ठीक कर सकती है।
मार्क लैब की मार्क यूरो 5 किडनी स्टोन की एक 100% आयुर्वेदिक दवा है जो CSIR-NBRI के वैज्ञानिको के 5 साल के शोध के बाद विकसित की गयी है। मार्क यूरो 5 आपकी –
- गुर्दे की पथरी को दूर करें
- किडनी की कार्यप्रणाली में सुधार लाये
- यूरिनरी ट्रैक्ट को स्वस्थ्य को बनाए रखें
- गुर्दे की पथरी को गला कर निकाले
- किडनी को डिटॉक्स करे